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स्वामी विवेकानन्द का राजनीतिक दर्शन
राजनीति व राष्ट्रवाद का आधार धर्म - विवेकानन्द राजनीतिक आन्दोलन के पक्ष में नहीं थे फिर भी उनकी इच्छा थी कि एक शक्तिशाली, बहादुर और गतिशील राष्ट्र का निर्माण हो वे धर्म को राष्ट्रीय जीवनरूपी संगीत का स्थायी स्वर मानते थे